Mar 14, 2008

कुछ तेरा, कुछ मेरा

जो कुछ तेरा था, वो सब कुछ मेरा था.
जो कुछ मेरा था, वो सब कुछ तेरा था.
जो कुछ नहीं था, हम दोनों का नहीं था.

तुने कह दिया- यह मेरा है !

फिर कुछ तेरा हो गया, कुछ मेरा हो गया.
जो कुछ नहीं था, मैं उसे पाने में लग गया.
फिर तू भी कुछ पाने में लग गया.

पहले खोने को बहुत कुछ था -
अब कुछ पाने की ललक से फुर्सत ही कहाँ है?

~Abhishek Ojha~

2 comments:

  1. ये तेरा मेरा के चक्कर में ही तो सारा संसार पड़ा हुआ है भाई.

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  2. अपने हिस्से की ही जहाँ मिल सकती है सभी को तो फ़िर भी बहुत खुशी की बात है। बहुत ही कम लोग ऐसे है जो प्राप्त कर लेते हैं।

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