कुछ बेवकूफाना हरकतें -
(किया कभी?)
नए 'कटर' से पेंसिल...
और दाँत से गन्ने - छिलकों की लंबाई का रिकॉर्ड तोड़ने-बनाने की कोशिश।
फाउंटेन पेन में सूख गयी स्याही की खुशबू…
बॉलपेन के रीफ़ील में स्याही डालने की कोशिश?
सिग्नेचर की प्रैक्टिस में पन्ने बर्बाद...
अपने नाम के पहले 'डॉ॰' और बाद में 4 अनजान डिग्रियों के नाम।
मशीन के पुर्जे-पुर्जे कर देने के बाद की चिंता – वापस जुड़ेगा कैसे?
अनजान-सुनसान जगह पर शाम और रात के बीच - भटक जाना!
खेतों-पगडंडियों से होते हुए, सुबह पड़ी ओस में नंगे पाँव... मीलों...
वो आम जो किसी चिड़िया के चोंच मारने से गिरे हो? - सबसे मीठे होते हैं।
किसी अनजान को अगले ट्रैफिक सिग्नल से वापस आकर लिफ्ट...
कभी किसी बच्चे का हाथ पकड़कर नाम लिखना सीखाया?
कितने कदम चला - ये गिनना । सीढ़ियाँ?
यूँ ही चलते चलते - क ख ग घ... क्ष त्र ज्ञ - याद है या नहीं..
किसी भिखारी को कभी बर्गर खिलाया? आइसक्रीम?
किसी बीयर बार में दुध? दारू में गंगाजल मिलाकर? - हरी ॐ !
धुप्प अंधेरे में तारों-ग्रह-नक्षत्रों-आकाशगंगा से बातें...
चाँदनी रात में सुनसान समुद्र तट ?
इतना शांत? -... मन विहीन-शून्य दिमाग।
अपने खिलाफ जाकर किसी को प्यार?
किसी के लिए... सिर्फ जान ही नहीं - अपना सब कुछ !
ऐसे सुध बुध खोना - आग लगे तो… उठकर पानी डालने की सुध न रहे ?
एवरेस्ट जैसी बात यूं छुपा लेना - सामने वाले को भनक तक ना लगे !
ऐसा महसूस?- डूबते हुए… अंतिम सांस अधूरी/पूरी होने के ठीक पहले - खींच लिया हो किसी ने !
किसी दरिया में छलांग... झील में पैर ?
पानी के ऊपर पत्थर तो उछाला होगा? कितनी बार?
कुछ ऐसी हरकत जिसे सोचकर आज भी...?
और ऐसा कुछ ? सामने वाले का दिमाग हिल जाये - ऐसे लोग भी होते हैं !
साइकिल पर आगे बैठ बाएँ पैर से डबल पैडल साइकिल चलाया?
डाक टिकट से मुहर हटाने की कोशिश?
…और ...
... वो सब कुछ जिसे भुलाने के लिए 'परमानेंट मेमोरी इरेज़र - मौत' से मुलाक़ात होना ही एक रास्ता हो?
या शायद उसके बाद भी नहीं...कौन जाने !
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....कुछ किया, कुछ देखा ! न गद्य-न पद्य !
~Abhishek Ojha~
गजबे इस्टाइल है भाई....एकदम चौचक,हम रह गए भौंचक |
ReplyDeleteमान गए जी, हम भी रह गए भौंचक.
Deleteकिया...
ReplyDeleteबहुत किया...
अब भी करते हैं...
कभी-कभी...
ये कोई पोल खोल प्रतियोगिता थोड़े ही है, वैसे बहुत सारे कर्मों में संलग्न रहे हैं,
ReplyDeleteजान बूझकर लाल बत्ती को क्रास करना, और पुलिसवाले को छकाना ।
शाम को नदी के घाट पर, पैर पानी में हिलाना ..
और भी बहुत कुछ ....
पोल खोल प्रतियोगिता बिलकुल नहीं :)
Deleteहमने ही कौन सा इसमें से सब कुछ किया है ! :)
ला-जवाब!!
ReplyDeleteसही लिखे हो ..कई हरकते अब भी अच्कचानन से हो जाती है :)
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ReplyDelete:):):)
PRANAM
किया कुछ कुछ कभी कभी लिस्ट में से, और कुछ कुछ कभी कभी कोर्स से बाहर भी यानी कि यानी कि लिस्ट से बाहर भी:)
ReplyDeleteआप डिसटिंक्शन के साथ पास हैं सरजी :)
Deleteवैसे हमने भी दो चार तो देखी-सुनी बातें ही लिखी हैं :)
ल्यो गुरू, अगली बार से हम भी सिर्फ प्रणाम लिख दिया करेंगे हमारे नामराशि की तरह| फिर देखेंगे कैसे डिस्टिंक्शन के साथ पास करते हो:)
Deleteकोई तो मिला किसी के टक्कर का भैया जी अब आया ऊंट के निचे पहाड़ अरे भैया जी माफ़ी पहाड़ के निचे ऊंट ....कहाँ छुपा के रखे थे इतना दर्द .
ReplyDeleteगज़ब -पूरी ओझाई है यह ....इतना तो कोई नहीं किया होगा ..
ReplyDeleteयह ओझाई की एक माप स्केल बन गयी है ...सौ पर तो मैं दस पर मुश्किल से हूँ
हाँ एक अलग काम किया है दारू में गंगाजल मिलाने के बजाय गंगाजल में दारु डाला है
एक क्रूज के दौरान ...और कहाँ डालता ?
:) गंगाजल और दारू वाला तो हमारे लिए भी - मोको कहाँ सीकरी सो काम ही है।
Deleteहमारे एक मित्र हैं - भाटिया। उन्होने ऋषिकेश में गंगा तीर पर रात भर दारू पिया था। पर हमें अगर कभी दारू पीना होता तो ये आइडिया जरूर इम्प्लीमेंट करता :)
हम्म..इसमें से कितना कुछ तो किया ही नहीं....:(
ReplyDeleteअब भी गुंजाइश है??
जो अच्छा लगे उसके लिए तो बिलकुल गुंजाइश होनी चाहिए ! :)
Deleteकिसी बीयर बार में दुध? दारू में गंगाजल मिलाकर? - हरी ॐ !
ReplyDeletehey bhagwan :D
कुछ फिल्मों में देखा, कुछ किस्सों में पढा, बाकी यहाँ मिल गया। सोच रहा हूँ ...
ReplyDeleteये जो दुग्ध-युक्त-मद्य-गद्य-पद्य है ... उसे और समुद्र तट वाली करतब को छोड़ इनमे से सब किया है :)
ReplyDeleteजय हो प्रभु!
अनूठी और विचारणीय
ReplyDeleteइसी कबाड़खाने की चीजें आपस में जुड़कर, प्रासंगिक हो, कविता सी बन जाती है कभी, जिन्हें मन गुनगुनाता रहता है.
ReplyDeleteबहुत मस्त रचना...
ReplyDeleteमजा आ गया...
हा हा हा हा हा
:-):-) :-)
न गद्य, न पद्य, पर पूरी तरह हृदय में उतरता..
ReplyDeleteसब करने लायक जरूरी काम। गद्य और पद्य दोनों में। :)
ReplyDeleteगज़ब.
ReplyDeleteगद्य या पद्य, जो भी है, अद्भुत है.
वाह ... सच में अध्बुध ... गागर में सागर ...
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ReplyDeleteदूसरे का अच्छा दिखता ज्योमेट्री बाक्स घर लाना,
ReplyDeleteपापा से वैसा ही खरीदवाने कि जिद !!!
किसी दूसरे की कापी में लगी चिपकी जिसमे मिकी माउस बना है,
ठीक वैसी ही खरीदने के लिए मम्मी के साथ ७-८ दुकाने खंगालना|
ब्लेड से पेन्सिल बनाने कि कोशिश, हाथ कट जाना,
और उसे घर पर छुपाना |
टीचर या पुलिस बनने के सपने देखना,
क्यूंकि यही दो हैं जो किसी को भी मार सकते हैं !!!!!
मालिक...और क्या क्या याद दिलवा दोगे !!!! धाँसू !!!!
टीचर या पुलिस वाला बेस्ट है :)
Deleteइसमें से 60 प्रतिशत तो किया ही होगा और याद भी आता ही है बीच बीच में पर मेमरी इरेजर पता नही मिले ना मिले । सुना है हमारे कर्म हमारे साथ ही रहते हैं ।
ReplyDeleteआप लिखते कमाल का हो ।
तीन साल पहले अमित ने एक मीमी दिया था
ReplyDeletehttp://hindiblog.org/2009/99-things-hitlist/
इसके आधार पर मैंने अपनी हिट लिस्ट बनाई थी
http://imjoshig.blogspot.in/2009/05/blog-post.html
आज आपकी पोस्ट देखकर वह याद हो आई तो चस्पा कर दी। मजेदार है। देखिएगा। आप इस पोस्ट को अपनी यादों के सहारे एक मीमी के रूप में बना देते हैं, तो कई दूसरे चिठ्ठाकार अपने अपने अनुभव ही लिख देते... :)
वाह ! बढ़िया :)
ReplyDeleteबहुत ही बेहतरीन :P
DeleteUdaa lo Majak ab :)
ReplyDeleteWo reply hai Siddharthji ka :)
and I hope this one is for me :P
DeleteYe bhi alag se chala gaya :P
DeleteKya khub likha h . Isko padhkar aapni bachpan ki yaad taaza ho gayi h . Aap bahut achha likhate ho sir continue likhate rahna
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