अंतराग्नि २००६ के इंडिया इंस्पायर्ड इवेंट में अन्ना हजारे को मैंने १० फीट दूर से सुना था. तब शायद अन्ना का नाम भी पहली बार ही सुना था. अंतराग्नि का अंतिम दिन था और मेरा सर दर्द कर रहा था. जहाँ तक मुझे याद है मुझे कोई पकड़ कर ले गया था इस इवेंट में.
आज अपने जीमेल में ‘अन्ना’ सर्च किया तो अंतराग्नि के ठीक बाद दो दोस्तों से किये गए चैट मिल गए. ये उसी चैट का एक अंश हैं. २००६ अंतराग्नि में नुक्कड़ नाटक और पैनल डिस्कशन दोनों में आरटीआई छाया रहा था. आरटीआई पर नुक्कड़ नाटक काफी मशहूर हुआ था जो एमटीवी के ‘क्या बात है’ पर भी आया था. बाद में उस टीम को राज कुमार संतोषी से भी प्रसंशा मिली थी. उन्होंने ये भी कहा थे कि वो कुछ अंश अपनी आने वाली फिल्म (हल्ला बोल) में इस्तेमाल करना चाहेंगे.
उस पैनल डिस्कशन में कई लोग थे सबकी अपनी उपलब्धियां थी लेकिन अन्ना सबसे इम्प्रेसिव थे. ठीक इसी तरह पिछले दिनों न्यू योर्क में एक कॉन्फ्रेंस में मुझे ईला बेन ने भी बहुत प्रभावित किया था. ये वार्तालाप जब हुआ था तब अन्ना इतने प्रसिद्द नहीं थे. तब मैं फाइनल इयर का छात्र था और कुछ दोस्त जो चार साल वाले प्रोग्राम में थे, ग्रेजुएट हो गए थे. उन्हीं दोस्तों में से दो के साथ ये बात हुई थी. खतरनाक, इंट्रेस्टिंग और ‘क्या आदमी है !’ जैसे शब्द आये हैं अन्ना के लिए. बाकी बातें तो अब सबको पता है उस समय के लिए नयी थी. आप शायद उतना एन्जॉय ना कर पाएं जितना मैंने किया. फिर भी…
कुछ सेंसर कर बाकी चैट लॉग वैसे का वैसा:
चैट लॉग १:
2:45 PM me: भाई, कहाँ रहते हो आजकल?
2:49 PM Friend-beta: हाय
Friend-beta: कैसे हो?
2:50 PM me: ठीक हूँ, तुम बताओ
Friend-beta: बस मजे में हूँ
2:51 PM me: इस बार अंतराग्नि का पैनल डिस्कशन मिस कर दिया तुमने. आरटीआई पर था. बहुत ही मस्त हुआ.
2:52 PM Friend-beta: हाँ पता चला है
me: अन्ना हजारे, अरुणा रॉय, मधु भंडारी, प्रभाष जोशी, संदीप पांडे और ओ पी केजरीवाल.
2:53 PM मेरा सर दर्द कर रहा था जाने के पहले ऐसे ही जाके बैठ गया. फिर ३ घंटे तक उठाने का मन ही नहीं किया. अन्ना हजारे क्या आदमी है. सुनके लगा कि कैसे लोग गांधी को बैठ के सुनते और इंस्पायर होते होंगे.
…इरिलेवेंट कन्वर्सेसन…
2:59 PM me: वैसे तुम्हे तो पता ही होगा इन्हीं लोगों ने बहुत हद तक आरटीआई बनवाया है.
3:00 PM Friend-beta: हाँ भाई इतना तो पता है.
me: ओ पी केजरीवाल सीआईसी कमिशनर हैं.. बेचारे को बहुत गाली दी सबने. बोल रहे थे कि ये तो अच्छे आदमी हैं लेकिन सीआईसी बहुत बेकार काम कर रहा है.
3:01 PM एक मनीष कुमार भी आया था पहले जी टीवी में था अब परिवर्तन में है.
3:02 PM Friend-beta: सीआईसी का तो हिद्यातुल्ला है?
3:04 PM me: यार अब यहाँ तो केजरीवाल ही आया था
Friend-beta: चीफ इन्फोर्मेशन कमिश्नर? वो भी होगा. ३ लोग हैं.
Friend-beta: वो क्या बोल रहा था
3:05 PM me: वो कुछ बोला ही नहीं. पहले उसे ही मोडरेट करना था. लेकिन बोला कि मैं गवर्मेंट का आदमी हूँ… यहाँ आये लोग बोलेंगे कि मुझे बोलने नहीं दिया. इसलिए संदीप पाण्डेय को मोडरेटर बना दिया.
3:06 PM Friend-beta: ओके
me: एंड में बोला कि आप लोग जो बोल रहे हैं वो सही है और ९०% केस हमारे पास गोवेंमेंट ईम्प्लोयीज और ओफिसर्स के आते हैं. जनरली प्रोमोशन से रिलेटेड. कोई पब्लिक इंटरेस्ट में केस फाइल ही नहीं करता. और सजेस्ट किया कि आप लोग गंगा एक्शन प्लान पर आरटीआई में एक अप्लिकेशन डालिए.
Friend-beta: पांडे भी आये थे.
me: हाँ
3:07 PM Friend-beta: प्रोमोशन से रिलेटेड ?
me: हाँ. मेरा प्रोमोशन क्यों नहीं हुआ. मेरे जूनियर का कैसे हो गया. मुझे छुट्टी क्यों नहीं मिली यही सब. ये भी बोला कि आरटीआई में अमेंडमेंट आये तो आपलोग विरोध कीजिये
3:09 PM me: और बोला कि जब उसकी सीआईसी में पोस्टिंग हुई तो उसे खुद घर नहीं मिला था तब उसने खुद ही आरटीआई फ़ाइल करके पूछा तब उसे घर मिला
3:10 PM बाकी खूब सारी सक्सेस और स्ट्रगल की कहानियाँ सुनाई सबने.
3:15 PM Friend-beta: गंगा एक्शन प्लान में क्या हो रहा है.
5 minutes
3:20 PM me: गंगा एक्शन प्लान सुप्रीम कोर्ट के आर्डर पर बना था टू प्रोटेक्ट गंगा फ्रॉम पोल्यूशन (पता नहीं स्टेट का है या सेण्टर का)… और कानपुर में अभी तक वाटर क्लीनिंग प्लांट्स नहीं लगे. लेदर इंडस्ट्री वाले लोबी और फ्रॉड करके अभी भी गन्दा पानी डाल रहे हैं गंगा में.
Friend-beta: हाँ ये तो राजीव गाँधी के टाइम ही शुरू हुआ था. कई फेज में काम हो रहा था पर फ्रॉड तो हुआ ही है.
3:22 PM देखो अगर कुछ ठीक हो जाए तो बढ़िया है.
me: हाँ. एक मधु भंडारी भी थी अभी परिवर्तन के लिए काम करती है. रिटायर्ड आईएफएस है. पोर्चुगल की अम्बेसडर थी रिटायर्ड होने के पहले.
3:23 PM अन्ना हजारे का लेकिन जवाब नहीं है… क्या आदमी है.
Friend-beta: क्या बोला?
3:24 PM me: वो बुड्ढा ८X६ फीट का रूम, एक गद्दा, एक ओढने का, एक थाली/लोटा, और २ धोती-कुरता. ये उसकी सारी संपत्ति है. आरटीआई के लिए महारष्ट्र सर्कार से लेकर सेंटर तक…
3:26 PM बोलता है कि मैंने आडवाणी को बोला कि देखो कल तक कर दो नहीं तो मैं तुम्हारे दरवाजे पर बैठ रहा हूँ, आगे तुम्हारी मर्जी तेलगी वाला केस कोई लेके नहीं जा रहा था… इसे कहीं से डिटेल मिल गया… लेके पहुँच गया सीधे मिनिस्ट्री में. खूब सिक्यूरिटी मिली थी उसके बाद… उसी दिन सबको भगा दिया.
3:27 PM Friend-beta: खतरनाक आदमी है तब तो.
me: एक आइडियल विलेज बनाया है महाराष्ट्र में. जहाँ अभी रहता है पहले वहाँ दारु की भट्ठियां थी. बोल रहा था अब वहाँ पान भी नहीं बिकता.
3:28 PM पहले वहाँ पानी की प्रॉब्लम थी अब वहाँ से पानी बाहर जाता है. गांधीयन थोट का आदमी है. और सब कुछ किया है जीवन में.
3:29 PM २६ साल की उम्र तक आर्मी में था. बोल रहा था कि उसे नहीं पता अभी उसके घर वाले कहाँ है और घर में कौन-कौन है. सब छोड़ के उस गाँव में ही लग गया,
3:30 PM Friend-beta: कितना बुड्ढा है?
me: बोलता है कि उसके पहले दारु भी पिया है आर्मी में था तब... थोडा-बहुत छोटी-मोती मारपीट भी. तब मुंबई में फूल बेचता था.
3:31 PM १९४० टाइप का है... विवेकानंद की एक किताब पढ़ी तब से कूल हो गया.
Friend-beta: रुको मैं भी उसके बारे में कुछ पढता हूँ.
3:32 PM me: अभी एक स्कूल भी चलाता है जिसमें वो बच्चे पढते हैं जिन्हें मुंबई-पुणे जैसी जगहों के स्कूलों से निकाल दिया जाता है. या वैसे जिनका कहीं और एडमिशन नहीं होता.
Friend-beta: इंटरेस्टिंग आदमी है.
me: अरे जरुरत से ज्यादा इंटरेस्टिंग आदमी है. रुको विडियो आने दो तो भेजने का जुगाड करता हूँ. मुझे तो बहुत अच्छा लगा.
Friend-beta: ओके
me: आता हूँ थोड़ी देर में.
3:33 PM Friend-beta: ओके
बाय
मैं भी जा रहा हूँ फ्रूटी पीने, बाय.
चैट लॉग २: (इसमें अन्ना से जुड़ी बस एक ही लाइन है, लेकिन सर्च रिजल्ट में आया तो… )
12:01 PM me: हाँ बोलो
Friend-Alpha: कहाँ थे इतने दिन !!
me: अंतराग्नि. अभी सोके उठा हूँ, अभी ब्रश भी नहीं किया.
Friend-Alpha: कर के आओ
me: आता हूँ
9 minutes
Friend-Alpha: कैसी रही अंतराग्नि ?
me: अच्छी रही. मैं जिस-जिस इवेंट में गया वो तो अच्छे थे. ओपनिंग थोड़ी ठीक रही.
Friend-Alpha: सही. कोई कन्या पटाई?
12:12 PM me: नहीं यार, कन्या कहाँ…
Friend-Alpha: (एक नाम) मुझे कुछ कुछ बता रहा था तुम्हारे और (एक और नाम) के बारे में
me: ही ही, हमने कुछ नहीं किया भाई.
12:13 PM Friend-Alpha: हाँ मुझे पता है. और सुना… कि हाल. ?
…इरिलेवेंट कन्वर्सेसन…
me: खैर… और बताओ
12:17 PM Friend-Alpha: बस सब ठीक
me: कल कवि सम्मेलन अच्छा हुआ.
Friend-Alpha: अच्छा? गुड. यूफोरिया कैसा था.
me: ठीक ठाक.
12:18 PM खूब इधर उधर के गाने गाये उसने. डिस्क बना दिया बाद में तो.
Friend-Alpha: अब अपने गाने इतने अच्छे नहीं होंगे तो कोई क्या करेगा.
me: और एक पैनल डिस्कशन भी था आरटीआई पर. वो भी बहुत अच्छा था.
12:19 PM Friend-Alpha: अच्छा… कूल.
me: बहुत इन्फ्लुएंसिंग स्पीकर आये थे.
Friend-Alpha: सही है
12:20 PM me: अन्ना हजारे का लेक्चर सुन कर लगा कि शायद लोग गाँधी को ऐसे ही सुन कर इन्फ्लुएंस होते होंगे. बहुत अच्छा बोला…
Friend-Alpha: अच्छा… सही है.
me: बाकी डांस इवेंट्स वगैरह नोर्मल ही थे… ऋतंभरा भी ठीक था. बहुत अच्छी टीम्स नहीं थी एक चंडीगढ़ को छोड़कर.
12:21 PM Friend-Alpha: अच्छा, निफ्ट टाइप कुछ नहीं था?
me: थे ३-४ आईएनआईएफडी
12:22 PM Friend-Alpha: अच्छा. और सुनाओ… बाकी जनता कैसे है?
me: सब मस्त हैं.
…इरिलेवेंट कन्वर्सेसन…
[एसेट मैनेजमेंट, क्वांटिटेटीव जोब्स, बीसीजी, मैकेंजी, ऑयल कंपनीज, एक दोस्त की गर्लफ्रेंड, उसका ब्रेकअप … उससे जुड़ी कुछ बातें जैसे ‘इतनी जल्दी थी क्या उसे शादी की? थोड़े दिन वेट नहीं कर सकती थी.?… बुरा हुआ. अनलिमिटेड टॉक की स्कीम लिया… फिर उसने १३ रेडिफ अकाउंट बनाए थे एसेमेस करने के लिए… वैसे अभी भी ये चाहे तो वो कहीं गयी नहीं है… लेकिन बोलता है अजीब लड़की है ! …और अभी कोई उम्र है कम से कम २-४ साल तो जॉब करनी ही चाहिए. पर उस कन्या के लिए तब तक तो देर हो जायेगी. …फाईट है ! अरे नहीं… वो भी टाइम पास करता था… लोग ऐसा टाइम पास क्यों करते हैं? सीधे बता देना चाहिए जब भी बात आये कि… लुक मी टाइम पास… सो यू डोंट गेट सीरियस
फिर लंच के लिए जाने की बात हुई… मेस बंद हो जाएगा. और एक हिप्पो दोस्त की जो अब तक सो रहा था. मुझसे कहा गया ‘लंच करने मत जाओ.' प्लीज जल्दी आना क्योंकि मेरे पास आज कोई काम नहीं है ‘. तकरीबन १३.४५ पर ये वार्तालाप खतम हुई थी मेस बंद होने के १५ मिनट पहले. ]
अल्फा-बीटा को मेरे कॉलेज के दोस्त आसानी से पहचान लेंगे. अंतराग्नि का ग्लैमर कैम्पस के मरुस्थल की दो बूंद हुआ करती. उसके बाद भी जिसे यही मिले बात करने को उसे पहचानना कौन सी बड़ी बात है जी.
~Abhishek Ojha~
(पटना सीरीज जारी रहेगी)
अन्ना पर यह भी पढ़ लिए। बनावटी तो नहीं है?
ReplyDelete@chandan: ye ek panel discussion ke baad 3 sadharan logon ka aapasi discussion hai. Anna ke baare mein jo baatein hain wo anna ne khud kahi thi. Aur phir ye mujhe jo laga tha wo hai. Ismein tumhe kya aur kyon banawati lag gaya? Patna mein hi ho aao chat log dekh jao. Alpha beta mein se ek ab govt mein hain aur dusre ka bhi naam dene ki jarurat mujhe nahin lagi. Par doubt kyon rakhoge clear kar hi lo :)
ReplyDeleteअभिषेक जी,
ReplyDeleteचलिए कोई बात नहीं। अन्नामय वातावरण में यह भी चलेगा। अल्फ़ा-बीटा नाम कुछ बनावटी जैसे लगे, इसलिए यह कहा। फिलहाल पटना में नहीं हूँ। वहाँ का रहने वाला नहीं हूँ।
वैसे भी यह ऐसी बात थोड़े ही है कि आपकी जाँच की जाय। यकीन है भाई।
ReplyDeleteयहाँ महाराष्ट्र के विद्यालय के पाठ्य-क्रम में ...अन्ना हजारे के कार्यों के बारे में एक पाठ है कुछ साल पहले बेटों को खूब उसके प्रश्नोत्तर रटवाए हैं....अच्छा लग रहा है देख, अब सारी दुनिया ही परिचित हो रही है...बल्कि हो गयी है....उनके सेवा कार्यों से.
ReplyDeleteउनकी सादगी और निस्स्वार्थ कार्य ही सबसे ज्यादा आकर्षित करते हैं..खासकर impressionable minds को
और ये आपके मित्र ने फ्रूटी-ब्रेक ही लिया था??..पक्का :)
पिचहत्तर साल का ये सातवी पास बूढ़ा बहुत से पढ़े लिखे लोगो की आँख को अब भी चुभ रहा है ... सलाम इसको....
ReplyDeleteअन्तराग्नि में अन्तर की आग निकल गयी।
ReplyDeletevery nice post .
ReplyDeleteBHARTIY NARI
अन्ना के जज्बे को सलाम,
ReplyDeleteवन्दे....
अन्ना को सर्टिफ़िकेट देने की हैसियत अपनी नहीं। अभिषेक ओझा के साथ नैट परिचय पर गुरूर कर सकते हैं।(पहले से है, अब और बढ़ गया। सीरियसली)
ReplyDeleteअन्नाजी के बारे में बहुत पहले सर्वोत्तम(reader's digest का हिंदी संस्करण जो अब बंद हो गया है) में पढ़ा था तभी से मैं उनकी भक्त हूँ. बाद में दूरदर्शन पर एक धारावाहिक भी देखा था जो उनकी जिन्दगी पर बना था उनका role पंकज कपूर ने किया था.
ReplyDeleterashmi ravija said...
ReplyDeleteयहाँ महाराष्ट्र के विद्यालय के पाठ्य-क्रम में ...अन्ना हजारे के कार्यों के बारे में एक पाठ है कुछ साल पहले बेटों को खूब उसके प्रश्नोत्तर रटवाए हैं....अच्छा लग रहा है देख, अब सारी दुनिया ही परिचित हो रही है...बल्कि हो गयी है....उनके सेवा कार्यों से.
हम भी महाराष्ट्र के उन विद्यार्थियों में है जोंहोने अपने स्कूली जीवन में अन्ना के बारे में पढ़ा है और परीक्षा में उगला है !
ये चैट लोग बता रहा है कि अन्ना ऐंवई अन्ना नही हैं, खांटी अन्ना हैं.
ReplyDeleteरामराम.
One up! :)
ReplyDeleteआदर्श ग्राम बनाने तथा नशामुक्ति पर किये गये उनके कार्य की खबरे पढ़ी थी , तभी अन्ना से पहला परिचय हुआ था . इस आन्दोलन ने पूरे देश को बताया कि ऐसे भी लोंग हो सकते हैं ...
ReplyDeleteरोचक वार्ता !
यह अन्नागीरी चालू रहनी चाहिए...
ReplyDelete------
चित्रावलियाँ।
कसौटी पर शिखा वार्ष्णेय..
मेरे साथ भी बडा शानदार केस हुआ था तुम्हारी अंतरागिनी में :-) डांडिया नाईट थी उस दिन और वहाँ की सिक्योरीटी मुझे जीप में बिठाकर सिक्योरिटी सेल(देशी में कहें तो पुलिस चौकी) ले गयी थी ;)
ReplyDeleteशोभा जी की ही तरह मैने भी अन्ना हज़ारे, इला के बारे भट्ट आदि के बारे में बहुत पहले सर्वोत्तम में ही पढा था। तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि रालेगाँव का वीर एक दिन दिल्ली हिला देगा।
ReplyDeleteअन्ना हजारे जी से मुलाकात हुई थी जब वे कपार्ट में आते थे । तब उनका राळेगण सिध्दी का पानी प्रॉजेक्ट बहुत चर्चा में था । अब तो वे भारत के सर्वोच्च जन-प्रतिनिधि हो गयो हैं उनकी सफलता के लिये हार्जिक शुभकामनाएँ । आपकी ये इनफॉर्मल चर्चा बहुत ही अच्छी लगी ।
ReplyDeleteअन्ना बहुतों के प्रेरणा के स्रोत बन रहे हैं।
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