tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post5070982134706803433..comments2023-10-26T09:37:37.046-04:00Comments on ओझा उवाच: कभी-कभी इत्तफाक से...Abhishek Ojhahttp://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-80507511182533869572009-09-13T06:34:41.692-04:002009-09-13T06:34:41.692-04:00दिलचस्प संस्मरण और उतनी दिलचस्प आपकी लेखन शैली भी....दिलचस्प संस्मरण और उतनी दिलचस्प आपकी लेखन शैली भी....गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-25405800419103010302009-09-12T12:26:07.265-04:002009-09-12T12:26:07.265-04:00जन्मदिन मुबारक हो जी !जन्मदिन मुबारक हो जी !विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-65179254717199901282009-09-08T11:16:22.504-04:002009-09-08T11:16:22.504-04:00अच्छा संस्मरण
C.M. is waiting for the - 'च...अच्छा संस्मरण <br /><br /><br /><br /><b>C.M. is waiting for the - 'चैम्पियन' </b><br />प्रत्येक बुधवार <br />सुबह 9.00 बजे C.M. Quiz <br />******************************** <br /><b><a href="http://cmindia.blogspot.com" rel="nofollow"> क्रियेटिव मंच </a></b> <br />*********************************Creative Manchhttps://www.blogger.com/profile/06744589000725201971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-57645513127975363132009-09-07T13:11:43.960-04:002009-09-07T13:11:43.960-04:00जो कभी सोचा न हो, जिसका कभी प्रयास भी न किया हो, क...जो कभी सोचा न हो, जिसका कभी प्रयास भी न किया हो, कुछ वैसा हो तो उसे ही कुदरत का करिश्मा या संयोग या किस्म्नत कहते हैं...................<br />आप ने इसका अनुभव किया, भाग्यशाली हैं..............<br /><br />चन्द्र मोहन गुप्त <br />जयपुर<br />www.cmgupta.blogspot.comMumukshh Ki Rachanainhttps://www.blogger.com/profile/11100744427595711291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-14662069726753957842009-09-05T20:02:05.998-04:002009-09-05T20:02:05.998-04:00अभिषेक जी शब्दो का सफर मे बकलम खुद मे अजित जी द्वा...अभिषेक जी शब्दो का सफर मे बकलम खुद मे अजित जी द्वारा आपके योगदान को रेखांकित करते हुए लेख है । आपको बधाई एवं शुभकामनायें -शरद कोकासशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-24514992563079707132009-09-05T11:19:11.521-04:002009-09-05T11:19:11.521-04:00तसवीरें कमाल की जीवन्त हैं ।तसवीरें कमाल की जीवन्त हैं ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-59346964870502479562009-09-05T11:15:11.628-04:002009-09-05T11:15:11.628-04:00आप सौभाग्यशाली हैं कि आपको आपके गुरु द्रोण मिले । ...आप सौभाग्यशाली हैं कि आपको आपके गुरु द्रोण मिले । और बहुत सारे ब्लॉगिंग जगत के दिग्गज भी .<br />कुल मिला कर आपकी यात्रा सफल सुफल रही । बधाई ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-67538833734802615722009-09-03T13:33:23.785-04:002009-09-03T13:33:23.785-04:00शानदार! आज सोचा पूरा ही लेख बांचा जाये। आनन्दित हु...शानदार! आज सोचा पूरा ही लेख बांचा जाये। आनन्दित हुये। दोस्त का फ़ोटो ब्लाग भी देखा। सुन्दर है। लवली की शिकायत पर कुछ गौर किया जाये।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-62117215699458583212009-09-02T22:40:17.589-04:002009-09-02T22:40:17.589-04:00अरे अभिषेक भाई , हम , बड़े उमर में हैं बस ! वैसे ह...अरे अभिषेक भाई , हम , बड़े उमर में हैं बस ! वैसे हम सब हिन्दी ब्लॉग जगत के साथी हैं -- <br />आपका डॉ जैन से मिलना एक बढिया इत्तेफाक रहा -- अब चित्र भी देखती हूँ <br />अब फिर कब आ रहे हैं यहां ? <br />आपसे बातचीत कर बहुत अपनापन लगा - <br />घर जा रहे हैं या नहीं ? <br />मेरी आजकी पोस्ट अवश्य देखिएगा <br />बहुत स्नेह सहित <br />- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-72955100717051622182009-09-02T14:35:28.665-04:002009-09-02T14:35:28.665-04:00आपकी लेखनी मे खुशगवार किस्सागोई की रोशनाई है..बधाई...आपकी लेखनी मे खुशगवार किस्सागोई की रोशनाई है..बधाईअपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-11949321544490372782009-09-02T11:37:49.930-04:002009-09-02T11:37:49.930-04:00achcha laga jaankar is mulaqat ke bare meinwaise k...achcha laga jaankar is mulaqat ke bare meinwaise kya batein huyi iska intezaar rahegaManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-78072113223996776772009-09-02T08:58:27.754-04:002009-09-02T08:58:27.754-04:00kabhii kabhi itefak se padhi . pasand aayi . aapki...kabhii kabhi itefak se padhi . pasand aayi . aapki blog dekhne ke baad ek shikayat bhi hai . ek bhi post balllia se related kyun nahi ?<br /> agli baar chahunga ki aapki lekhni balliyatikon ka bhi kuch udhhar kare .<br /> main satya .....(age ojha bhi hai faqat apko bata raha hoon). ballia tatha bokaro se . dono jagah apke sameep.Satya Vyashttps://www.blogger.com/profile/13617417566524777577noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-67836774068278152362009-09-02T08:22:31.709-04:002009-09-02T08:22:31.709-04:00वाह ! बधाई हो !!
सचमुच ईश्वर की कृपा से ही गुनिजन...वाह ! बधाई हो !!<br /><br />सचमुच ईश्वर की कृपा से ही गुनिजनो की संगति और उनसे सीखने की प्रेरणा मिलती है...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-46952719137756119192009-09-02T06:24:50.460-04:002009-09-02T06:24:50.460-04:00भाई हम नाराज है आप से जर्मनी आये , मिलना तो दुर फ़ो...भाई हम नाराज है आप से जर्मनी आये , मिलना तो दुर फ़ोन तक नही किया.....<br /><br />आप का लेख पढा अच्छा लगा ओर सारा गुस्सा गायब हो गया.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-63204530205724188982009-09-02T05:52:55.878-04:002009-09-02T05:52:55.878-04:00मैं अपनी सुनाता हूं। मैं पिलानी में छात्र था। वहां...मैं अपनी सुनाता हूं। मैं पिलानी में छात्र था। वहां से दिल्ली आने को एक बस में बैठा था। एक बहुत आकर्षक व्यक्तित्व के सज्जन मेरे पास वाली सीट पर थे। अधेड़। मेरी पढ़ाई के बारे में बहुत कुछ पूछ बैठे और पूरी जिज्ञासा से मुझे सुनते रहे। <br />और जब हम अलग हुये तब उनके बारे में पूछने पर पता चला कि वे एक विश्वविद्यालय में दर्शन शास्त्र के अधिष्ठाता (डीन) थे!<br />मुझे मलाल है कि मैं उनके चरण स्पर्श न कर पाया!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-85537952707823688142009-09-02T04:24:04.592-04:002009-09-02T04:24:04.592-04:00अक्सर इस तरह की मुलाकातें यादगार बन जाती है बढ़िया...अक्सर इस तरह की मुलाकातें यादगार बन जाती है बढ़िया लगा आपका यह संस्मरण ..देरी से पोस्ट का आपने खुद ही कह दिया अब क्या कहे आपको .बहुत से लोगों से मिल लिए आप तो ..अच्छा है :)रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-82014074627381752562009-09-02T04:16:43.335-04:002009-09-02T04:16:43.335-04:00खूब रहा आपका इस तरह दीपक जी से मिलना....सच है अनजा...खूब रहा आपका इस तरह दीपक जी से मिलना....सच है अनजाने में जब किसी से ऐसे मुलाक़ात होती है तो बहुत ख़ुशी होती है!pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-81188547966462408752009-09-02T03:25:43.932-04:002009-09-02T03:25:43.932-04:00सच कहा तुमने यार .कई बार ऐसे लोगो से मिलकर अपनी लघ...सच कहा तुमने यार .कई बार ऐसे लोगो से मिलकर अपनी लघुता का अहसास होता है ...गुजरात में साइक्लोन के दौरान इंटर्नशिप में हम लोगो का एक ग्रुप प्रभावित एरिया में गया था ....वहां एक सज्जन सीमित साधनों से सेवा कर रहे थे ..पता लगा पास के ही कसबे में वे प्रेक्टिस करते है ओर बस गुजर बसर के लिए गाँव वालो से पैसा लेते है ...उनकी डिग्री ओर योग्यता देख उन्हें शहर या विदेश का कोई भी हॉस्पिटल फ़ौरन नौकरी दे देता ....हम सिर्फ लफ्फाजी करते है ......<br />इधर कुछ दिनों से व्यस्ताये बढ़नी लगी है...इसलिए मै भी बड़े दिनों बाद आया हूँ.....एक बात ओर हमें बड़े लोगो में शामिल मत करो....असहजता सी होती हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-36176923121849915092009-09-02T03:12:52.871-04:002009-09-02T03:12:52.871-04:00Is shama ko jalaaye rakkhen.
( Treasurer-S. T. )Is shama ko jalaaye rakkhen.<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">( Treasurer-S. </a><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">T. )</a>Arshia Alihttps://www.blogger.com/profile/14818017885986099482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-25188160133557173982009-09-02T03:05:25.975-04:002009-09-02T03:05:25.975-04:00vo khushi jo aap ko Deepak Jain ji se mil kar hui ...vo khushi jo aap ko Deepak Jain ji se mil kar hui hogi, use samjha ja sakta hai....!<br /><br />aise sanjog kabhi kabhi hi hote haiN aur kisi kisi ki jindagi me to kabhi nahi...!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-3280426946429268942009-09-02T01:53:58.942-04:002009-09-02T01:53:58.942-04:00ये तो बड़ी उपलब्धि रही. बधाई. लिंक्स के लिये धन्यवा...ये तो बड़ी उपलब्धि रही. बधाई. लिंक्स के लिये धन्यवाद.Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-16441726715101831452009-09-02T00:39:57.738-04:002009-09-02T00:39:57.738-04:00कब से आपकी पोस्ट का इन्तिज़ार कर रही थी ..एक शिकायत...कब से आपकी पोस्ट का इन्तिज़ार कर रही थी ..एक शिकायत है ..जितने भी ब्लॉग मैं पढ़ती हूँ सबमे आपका ब्लॉग सबसे ज्यादा निरीह लगता है (तकनिकी मामले में )..मुझे बड़ी कोफ्त होती है ..अभी मैं एग्रीगेटर्स पर नियमित नही जा पाती ..आप बताइए आपने इ मेल सब्क्रिप्सन क्यों नही लगा रखा है न ही फीड बर्नर की सुविधा पता कैसे चले किसी को की आपने कुछ कृपा दृष्टी भी डाली है हिन्दी पर ? ऐसा करिए ज्यदा व्यस्त हैं तब मुझे एड्मिसट्रेसन राइट ग्रांट करिए मैं लगा देती हूँ ..वरना आप लगाइए. इससे कम कुछ भी नही सुनना है मुझे ..हद है आपकी भी, मुझे यह टेम्पलेट देखकर रोना आता है (सुबक ..सुबक.) ...आशा है ध्यान दीजियेगा ..अगर यह पोस्ट मुझसे छुट जाती मुझे कितना बुरा लगता,कोई सुन रहा है ?L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-36008121384734391622009-09-01T23:29:13.768-04:002009-09-01T23:29:13.768-04:00रात आप की बत्ती हरी देख कर खुश हो रहा था कि कुछ आन...रात आप की बत्ती हरी देख कर खुश हो रहा था कि कुछ आने वाला है। आ ही गया। आप के सीनियर की ली हुई तस्वीरें देख कर जलन हुई की काश मेरे पास भी अपनी तस्वीरों का ऐसा ही कलेक्शन होता। लोगों से मिलने का मेरा अपना सौभाग्य बहुत रहा है। हर स्थान पर गुरू मिलते हैं कभी कभी तो ऐसे वेश में की ताज्जुब होता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-26949820161949392462009-09-01T23:16:13.324-04:002009-09-01T23:16:13.324-04:00अक्सर घुम्म्कडी में विभिन्न लोगो से मुलाकातें होती...अक्सर घुम्म्कडी में विभिन्न लोगो से मुलाकातें होती हैं और आप चुंकी मिलनसार हैं तो आप सहयात्री से घुलमिल जाते हैं. वर्ना कई ऐसे ठसक वाले लोग भी होते हैं जो परमात्मा के बगल मे भी बैठ कर यात्रा करलें और उधर झांक कर भी ना देखें?:)<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-75230140715227796652009-09-01T23:06:44.876-04:002009-09-01T23:06:44.876-04:00यह सच है कि अनजान व्यक्ति से बात करना हमेशा ही सुख...यह सच है कि अनजान व्यक्ति से बात करना हमेशा ही सुखद होता है। <br /><br />मैं हमेशा यह करता हूं। कोई जरूरी नहीं कि आप किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति से मिलें। अक्सर साधारण लोगों से भी कुछ ऐसा सीखने को मिलता है जो आप सोच नहीं सकते।उन्मुक्तhttp://esnips.com/web/unmuktMusicFiles/noreply@blogger.com