tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post8416945958647125978..comments2023-10-26T09:37:37.046-04:00Comments on ओझा उवाच: अथ श्री छुट्टी कथा: पुणे से दिल्ली तकAbhishek Ojhahttp://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-54403464576090955662009-04-22T13:46:00.000-04:002009-04-22T13:46:00.000-04:00उन्होंने कहा की आप अपना पैसा वापस ले लीजिये. मैंने...उन्होंने कहा की आप अपना पैसा वापस ले लीजिये. मैंने कहा 'वाह भाई ! आपने कह दिया और मैं पैसे ले लूं और अब उससे ४ गुना पैसा देकर मैं टिकट लूं? मैं वापस नहीं लेता आप मुझे किसी तरह २६ की रात में दिल्ली पहुचाओ !' शायद पहली बार पैसे को ना कहा होगा मैंने. अब बेचारे क्या करते उसी टिकट को अपडेट कर मुझे उसी दिन शाम को जेट एयरवेज का टिकट मिल गया.<br /><br />Kudos & hats off! for standin' up and making them do what they should have done at the first place.Praxhttps://www.blogger.com/profile/09876349082542397969noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-67087640032788150232009-04-22T13:39:00.000-04:002009-04-22T13:39:00.000-04:00This comment has been removed by the author.Praxhttps://www.blogger.com/profile/09876349082542397969noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-20703503296162706882009-04-21T16:20:00.000-04:002009-04-21T16:20:00.000-04:00सही बह रहे हैं..आगे की धार लाओ!!सही बह रहे हैं..आगे की धार लाओ!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-74336400329546726642009-04-21T10:04:00.000-04:002009-04-21T10:04:00.000-04:00@रंजना [रंजू भाटिया]: रंजनाजी दिल्ली से अगले दिन ...@रंजना [रंजू भाटिया]: रंजनाजी दिल्ली से अगले दिन शाम को चला गया और बीच जो व्यस्तता थी वो अगले पोस्ट में आएगी. और बिलकुल सच, सच के सिवा कुछ नहीं :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-31741646795656607492009-04-21T10:00:00.001-04:002009-04-21T10:00:00.001-04:00न भूलने वाले संस्मरण में सहभागी बनाने के लिए धन्यव...न भूलने वाले संस्मरण में सहभागी बनाने के लिए धन्यवाद .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-32805969225666276522009-04-21T10:00:00.000-04:002009-04-21T10:00:00.000-04:00मुझे अपनी पर-नानी की याद आ गयी। अन्न और भोजन के अप...मुझे अपनी पर-नानी की याद आ गयी। अन्न और भोजन के अपमान को वह बहुत बुरा मानती थीं और हम बच्चों को हमेशा सिखाया था कि भोजन को ईश्वर का प्रसाद मानो।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-62558144070239901672009-04-21T09:44:00.000-04:002009-04-21T09:44:00.000-04:00अभिषेक भाई, इसी तरह, आगे भी पढने की इच्छा है -
स...अभिषेक भाई, इसी तरह, आगे भी पढने की इच्छा है - <br />सुँदर प्रयास ! :)<br /> स - स्नेह,<br />-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-40782291011213638812009-04-21T08:00:00.000-04:002009-04-21T08:00:00.000-04:00पुणे से दिल्ली तक का सफर तो पढ़ा पर पहले यह बताओ कि...पुणे से दिल्ली तक का सफर तो पढ़ा पर पहले यह बताओ कि दिल्ली रुके या गए :)..और साथ ही यह भी कि इन छुट्टियों का पूरा लेखा जोखा जो भी दूंगा सच दूंगा सच के सिवा ...:)रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-14703821042246084122009-04-21T07:44:00.000-04:002009-04-21T07:44:00.000-04:00आगे का इन्तिज़ार है ...आगे पढ़ कर कुछ कहूँगी :-)आगे का इन्तिज़ार है ...आगे पढ़ कर कुछ कहूँगी :-)L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-17658510858019057842009-04-21T07:22:00.000-04:002009-04-21T07:22:00.000-04:00बहुत बढ़िया लगा पढ़कर. आगे की कहानी का इंतजार.
वै...बहुत बढ़िया लगा पढ़कर. आगे की कहानी का इंतजार.<br /><br />वैसे एक बात है अभिषेक. बहुत लकी हो भाई. (ये केवल फिफ्टी परसेंट लक के बारे में. बाकी के बारे में अगली पोस्ट में एयर होस्टेस के बारे में पढने के बाद.)Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-56366661032276186202009-04-21T04:16:00.000-04:002009-04-21T04:16:00.000-04:00ऐसा लगता है हमारी दुखती रग पे हाथ रख दिया है ..यहा...ऐसा लगता है हमारी दुखती रग पे हाथ रख दिया है ..यहाँ से सूरत गए ..तो जैसे ही जहाज़ को देखा चकरा गये .छोटा जहाज़ उस पर भी बड़ा बड़ा लिखा ..शेत्रिय.....एयर इंडिया का जहाज़ था ओर विदेसी पाइलट .....ये राज हमें समझ नहीं आया ...वैसे एयर होस्टेस अच्छी थी .पर जब जहाज़ लैंड हुआ ...ऐसा लगा मारुती ८०० सौ की स्पीड पे हाई वे चल रही है ...हमने हाथ जोड़ लिए .की आगे से इस प्रोपेलर (ऐसा ही कुछ नाम बोला था जहाज़ का )में सवारी नहीं करेंगे.....<br />वापसी दो दिन बरोदा से थी....हमारी सामझ नहीं आया की फ्लाईट ढाई घंटे क्यों ले रही है...जेट से वापसी थी ओर भूख भी लगी.थी....हमने पुछा तो वे बोले छोटा जहाज़ है .इसलिए...लो कल लो बात ....<br />खैर भूख लगी थी....शुक्र है खाना अच्छा था.....हमने कुछ नहीं छोडा ...सेवंया तक खा ली पहली बारडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-41332728401147990182009-04-21T02:44:00.000-04:002009-04-21T02:44:00.000-04:00अरे भाई, एक् पोस्ट तो आप एयर होस्टज के ऊपर भी लिख ...अरे भाई, एक् पोस्ट तो आप एयर होस्टज के ऊपर भी लिख ही डालिये.. ;)<br />वैसे हवाई जहाज में इन सब बातों से मुझे भी बहुत चिढ़ होती है.. किसी और को क्या कहूं, मेरे पापा-मम्मी भी जैसे ही फ्लाईट लैंड करती है वैसे ही उतरने से पहले ही मोबाईल ऑन कर लेते हैं.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-13789814810075001652009-04-21T02:43:00.000-04:002009-04-21T02:43:00.000-04:00रोचक यात्रा वृत्तांत। चलिए आपकी छुटटी का एक फायदा...रोचक यात्रा वृत्तांत। चलिए आपकी छुटटी का एक फायदा यह हुआ कि यह सुंदर सी पोस्ट इसी बहाने तैयार हो गयी।<br /><br />-----------<br /><A HREF="http://tasliim.blogspot.com/" REL="nofollow">आप कैसे हैं</A> <br /><A HREF="http://sciblogindia.blogspot.com/" REL="nofollow">ऊँट का क्लोन</A>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-22986213900228398562009-04-21T01:40:00.000-04:002009-04-21T01:40:00.000-04:00बहुत ही रोचक संस्मरण , जरा विस्तार से लिखे तो पढ़न...बहुत ही रोचक संस्मरण , जरा विस्तार से लिखे तो पढ़ने में और आनंद आएगा !<br />:)आलोक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/00082633138533183604noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-28171495722890590682009-04-21T01:13:00.000-04:002009-04-21T01:13:00.000-04:00अनसिविलाइज्ड होने का विश्वास घर से बाहर निकलने प...अनसिविलाइज्ड होने का विश्वास घर से बाहर निकलने पर ही होता है।<br /><br />रोचक संस्मरण, साझा करने के लिए आभार।<br /><br />-----------<br /><A HREF="http://tasliim.blogspot.com/" REL="nofollow">खुशियों का विज्ञान-3</A> <br /><A HREF="http://sciblogindia.blogspot.com/" REL="nofollow">एक साइंटिस्ट का दुखद अंत</A>adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-52816549994840700372009-04-20T23:21:00.000-04:002009-04-20T23:21:00.000-04:00ताउ की बात में मेरी भी सहमति समझी जाए :)ताउ की बात में मेरी भी सहमति समझी जाए :)Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-7005551327312171502009-04-20T22:57:00.000-04:002009-04-20T22:57:00.000-04:00आपने हिसाब देना शुरु तो किया. पूरा जवाब आने पर फ़ै...आपने हिसाब देना शुरु तो किया. पूरा जवाब आने पर फ़ैसला दिया जायेगा कि कितना छुपा लिया गया है. और फ़ुरसतिया जी की बात का जरा विस्तार में जवाब दिया जाये.:)<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-65101001847519329152009-04-20T21:43:00.000-04:002009-04-20T21:43:00.000-04:00आगे की कहानी सुनाई जाये। एअर होस्टेस विवरण के साथ!...आगे की कहानी सुनाई जाये। एअर होस्टेस विवरण के साथ!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-91743332033200082042009-04-20T20:56:00.000-04:002009-04-20T20:56:00.000-04:00नींद न जाने टूटी खाट, भूख न जाने सूखा भात॥
आपको उ...नींद न जाने टूटी खाट, भूख न जाने सूखा भात॥<br /><br />आपको उन तीनों के बारे में कुछ न कुछ तो बताना ही चाहिए। चर्चा करके उत्सुकता जगा दी है आपने।<br /><br />हवाई जहाज में भी खराब खाना और भूखे लोग? हम तो जानते थे कि वहाँ केवल अघाए लोग पाए जाते हैं। :)सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.com