tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post3502171780850656832..comments2023-10-26T09:37:37.046-04:00Comments on ओझा उवाच: २०११...Abhishek Ojhahttp://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-6652282233302845262012-01-20T12:01:31.249-05:002012-01-20T12:01:31.249-05:00कुछ लोग हमेशा और हरेक से कुछ सीखते हैं, हमारे अभिष...कुछ लोग हमेशा और हरेक से कुछ सीखते हैं, हमारे अभिषेक भी ऐसे ही हैं। हैं न?संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-36446820975279866502012-01-15T00:18:36.336-05:002012-01-15T00:18:36.336-05:00:):)Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-89912983513507024252012-01-14T23:43:51.466-05:002012-01-14T23:43:51.466-05:00पता नहीं कैसे ई वाली पोस्ट हमरी नज़र से बच गई और व...पता नहीं कैसे ई वाली पोस्ट हमरी नज़र से बच गई और वो भी जब हम दिन भर घूमते रहते हैं...!<br /><br />गए की याद और आने वाले का उछाह ....दोनों मुबारक ! चित्र भी दर्शनीय हैं !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-32059993534340063702012-01-11T01:19:43.988-05:002012-01-11T01:19:43.988-05:00गोया एक साल ओर कट गया जिंदगी के हिसाब से !गोया एक साल ओर कट गया जिंदगी के हिसाब से !डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-64600220020724045722012-01-10T20:19:53.082-05:002012-01-10T20:19:53.082-05:00विविध जगहों से गुजरना - ज्ञानवर्धक अनुभव रहा होगा।...विविध जगहों से गुजरना - ज्ञानवर्धक अनुभव रहा होगा।उन्मुक्तhttp://esnips.com/web/unmuktMusicFiles/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-79792271507932195942012-01-10T13:05:42.763-05:002012-01-10T13:05:42.763-05:00हम भी दुआ कर रहे हैं कि आपका किसी के पास कुछ रह गय...हम भी दुआ कर रहे हैं कि आपका किसी के पास कुछ रह गया हो तो उन्हें ये पता हो...और वे इस 'पता होने ' का कुछ करें..:)rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-40940267835374960342012-01-10T08:21:33.038-05:002012-01-10T08:21:33.038-05:00अभिषेक जी अच्छी रही झांकी गुज़ारे साल की.. ओशो ने अ...अभिषेक जी अच्छी रही झांकी गुज़ारे साल की.. ओशो ने अपने कई प्रवचनों में इस घटना का वर्णन किया है कि एक संयोग ऐसा हुआ है जब महावीर और बुद्ध दोनों एक साथ एक धर्मशाला/सराय में ठहरे थे... और ओशो कहते हैं कि वे दोनों समबुद्ध थे इसलिए उनके मध्य किसी वार्तालाप की गुंजाइश नहीं थी.. वार्तालाप सिर्फ दो भिन्न मानसिक/ आध्यात्मिक स्तर के व्यक्तियों के मध्य संभव है..!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-36734789089773097842012-01-10T05:39:19.868-05:002012-01-10T05:39:19.868-05:00ऐसे अनुभव देने वाले चंद लोगों को (एक ही) जब मैं या...ऐसे अनुभव देने वाले चंद लोगों को (एक ही) जब मैं याद कर रहा हूँ... तो... दरअसल मेरा कुछ बिगड़ा नहीं ! बल्कि एक बात सीखने को ही मिली और ये कि मैं किसी और के साथ उनके जैसा कभी कर नहीं पाऊँगा। बिन उनके ऐसे कहाँ से सीख पाता जी ! ........... bhavo ki achchhi abhivyakti.vidhahttp://www.vidhavividha.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-76470871152472991062012-01-10T02:46:52.045-05:002012-01-10T02:46:52.045-05:00apke yayavari karne ka aadha labh to pathk le oort...apke yayavari karne ka aadha labh to pathk le oorte hain......<br /><br />sadar.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-79592283760493426692012-01-10T01:57:06.195-05:002012-01-10T01:57:06.195-05:00मास्साब की टिप्पणी को हमारा भी माना जाये!मास्साब की टिप्पणी को हमारा भी माना जाये!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-53211229857531351032012-01-10T01:56:21.693-05:002012-01-10T01:56:21.693-05:00@ऐसी जगहों से गुजरना हुआ जहां से गुजरना अपने आप मे...@ऐसी जगहों से गुजरना हुआ जहां से गुजरना अपने आप में एक अजीब अनुभव था ... कैसे इन तीनों धर्मों के लोग एक साथ मंत्रणा करते होंगे !<br /><br />मिलती जुलती बातें कई बार मन में आती हैं, कई बार जीवन में वैसे लोगों से मुलाकात भी हो जाती है। सीखने वाला हर जगह कुछ न कुछ सीखता ही है और अच्छों की अच्छाई (या रूपवान का सौन्दर्य) सात पर्दों से भी छलक ही जाती है। यात्रायें हमें समृद्ध करती हैं। न जाने यायावरी कब आवारग़ी हो जाती है पर बदलता तो शायद शब्द ही है। चित्र भी अच्छे लगे और विचारमंथन भी। काश कुछ लम्हे पकड़े जा सकते। काश नहीं, ऐसा होता तो सारी दुनिया के थम जाने का खतरा था।<br /> पर क्या वे तीनों धर्म वाकई अलग थे? <br /><br />कबीर (1440–1518), सूर (1478-1580), मीरा (1498-1547) व तुलसी (1532-1623) के काल में थोड़ा ओवरलैप तो है ही और इन संतों की कीर्ति इनके जीवनकाल में ही फैल चुकी थी, सो भेंट की सम्भावना प्रबल है। मीरा की यात्राओं के बारे में सुना भी है, कितना तथ्य है पता नहीं। खोज की जा सकती है। <br />हाँ, काशी सब धाराओं को प्रिय/गंतव्य था, ऐसा लगता है।<br /><br />सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन लेहों करवत कासी॥<br /><br />blessings!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-87276666035504803462012-01-10T01:34:56.375-05:002012-01-10T01:34:56.375-05:00अभिषेक भाई की तर्ज पर कह सकते हैं कि बात तो हमसे भ...अभिषेक भाई की तर्ज पर कह सकते हैं कि बात तो हमसे भी हुई ही थी ...:)<br /><br />ई भी तो सबको बताना ही चाहिए था ना ?प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-59416620542761143502012-01-10T01:14:40.359-05:002012-01-10T01:14:40.359-05:00बेहतरीन...सारा साल इकट्ठे छाप दिया..."बैरीकूल...बेहतरीन...सारा साल इकट्ठे छाप दिया..."बैरीकूल" से मुलाकात के बारे में भी कुछ बताइए :) :) :)देवांशु निगमhttps://www.blogger.com/profile/16694228440801501650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-27261750042937818922012-01-10T00:38:16.501-05:002012-01-10T00:38:16.501-05:00महावीर और बुद्ध समकालीन थे, आज पता चला!महावीर और बुद्ध समकालीन थे, आज पता चला!Ashish Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02400609284791502799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-13513316376735225092012-01-09T23:10:33.890-05:002012-01-09T23:10:33.890-05:00@abhi: अरे भाई ये जो ऐसे लोगों का जिक्र है वो तुम्...@abhi: अरे भाई ये जो ऐसे लोगों का जिक्र है वो तुम्हारे लिए ही तो है :)<br />@राहुलजी: धन्यवाद. सुधार कर दिया. इस प्रकरण पर और भी कुछ कहीं उपलब्ध होगा क्या?<br />@देवेन्द्रजी: :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-69384371241688701542012-01-09T23:08:19.296-05:002012-01-09T23:08:19.296-05:00नये स्थान घूमने का सुख और लाभ अनेक हैं, दोनों हाथ ...नये स्थान घूमने का सुख और लाभ अनेक हैं, दोनों हाथ खोल के लूटा है आपने।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-52597825279713147732012-01-09T23:01:40.589-05:002012-01-09T23:01:40.589-05:00बहुत सुंदर तश्वीरे हैं।
एक बात तो निश्चित है कि सू...बहुत सुंदर तश्वीरे हैं।<br />एक बात तो निश्चित है कि सूर-तुलसी किसी आटो में नहीं मिले थे:)देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-26494167222716488552012-01-09T22:55:37.281-05:002012-01-09T22:55:37.281-05:00कहा जाता है कि एक बार ही ऐसा अवसर बना जब किसी स्थ...कहा जाता है कि एक बार ही ऐसा अवसर बना जब किसी स्थान पर बुद्ध विश्राम कर रहे थे, महावीर वहां से गुजरने वाले थे, किसी भिक्षु ने आ कर यह बुद्ध को बताया, बुद्ध ने अनसुना कर दिया, यह भी कहा जाता है कि उस स्थान पर बुद्ध विश्राम कर रहे हैं यह बात महावीर को भी पता थी.<br />(''तुलसी और सुर'' उल्लेख में 'सूर' संशोधन पर विचार करें, पढ़कर यह भी याद आया- 'सूर, सूर तुलसी ससी, उडुगन केशवदास, अब के कवि खद्योत सम, जहं तहं करत प्रकास.')Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-22740200512250107422012-01-09T22:45:09.092-05:002012-01-09T22:45:09.092-05:00तथागत और महावीर मिले होंगे तो अच्छी ही बातें हुई ...तथागत और महावीर मिले होंगे तो अच्छी ही बातें हुई होगी.झगडे तो अनुयायियों में होते है.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/12010109097536990453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-69495230727542354662012-01-09T22:16:50.709-05:002012-01-09T22:16:50.709-05:00चलिए...एक बात तो हुजुर गोल कर गए...हमसे भी मुलाकात...चलिए...एक बात तो हुजुर गोल कर गए...हमसे भी मुलाकात हुई थी...आधे घंटे की ही सही लेकिन हुई तो थी :Pabhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-3605590593383518302012-01-09T22:02:01.808-05:002012-01-09T22:02:01.808-05:00हम्म!
ॐ सुप्रभात ॐ करने चले आये हैं !
जय जय!हम्म!<br />ॐ सुप्रभात ॐ करने चले आये हैं !<br />जय जय!प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.com