tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post2006981959426638332..comments2023-10-26T09:37:37.046-04:00Comments on ओझा उवाच: छुट्टी कथा: १३८ पहियों पर लदा अजूबा !Abhishek Ojhahttp://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-67003085666137604182009-05-03T11:15:00.000-04:002009-05-03T11:15:00.000-04:00प्रिय अभिषेक /मेरे ब्लॉग पर आज आपकी टिप्पणी पढी /अ...प्रिय अभिषेक /मेरे ब्लॉग पर आज आपकी टिप्पणी पढी /अब में आपसे क्या क्या अर्ज करूं /एक कहानी कार ने कहानी लिखी ""कफ़न "" और उस कहानी को मुंशी जी कहानी "कफ़न " से श्रेष्ठ बतलाने कीकोशिश की जा रही है कोशिश क्या बल्कि बतलाया जा रहा है कहा जा रहा है की मुंशी जी कहानी अवास्तविक है ,घटना कल्पना से परे है ,वर्णित घटनाक्रम असंभव है /मै थोडा बहुत लिख लेने वाला क्या तो विद्वानों का समर्थन करुँ और क्या विरोध करुँ तुम ""फूस की रात"" .कफ़न " से बढ़िया कहानिया लिखदो ,गोदान से बढ़िया उपन्यास लिखदो कौन मना करता हैमगर यह तुलना कि पुराने साहित्यकार की कहानी ख़राब थी और हमारी अच्छी है /मै आपसे अनुरोध करूंगानबम्बर ,दिसम्बर ०८ एवं जनवरी ,फरवरी ,मार्च ०९ कीपाखी पत्रिकाओं का एक बार पुन : अवलोकन करने का कष्ट करें -फूस की रात कहानी की आलोचना का विरोध मैंने भी किया है फरवरी ०९ में विरोध प्रकाशित हुआ हैBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-90683604711722561802009-05-03T10:15:00.000-04:002009-05-03T10:15:00.000-04:00रोचक.... 128 पहिए... :)रोचक.... 128 पहिए... :)जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-35491076706591716932009-05-02T14:13:00.000-04:002009-05-02T14:13:00.000-04:00हमारे निमाड़ मे अक कहावत है 'उजजड़ गाँव म उट को तम...हमारे निमाड़ मे अक कहावत है 'उजजड़ गाँव म उट को तमाशो 'मतलब फूहड़ गाँव मे अगर उट भी आ जाए तो तमाशा बन जाता है <br />आपकी पोस्ट पढ़कर ऐसा ही लगा |खैर अपने खोज बिन करके शी जानकारी जुटाई उसके लिए धन्यवाद | <br />' <br />शोभनशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-24066324061188143952009-05-02T10:19:00.000-04:002009-05-02T10:19:00.000-04:00इन नौजवानों से यही शिकायत है हमें, खोज-पड़ताल बहुत...इन नौजवानों से यही शिकायत है हमें, खोज-पड़ताल बहुत करते हैं. अरे भैया, कभी तो चचा की बात पर विश्वास कर लिया करो - चाहे जैसे भी जोड़े, पहिये तो १३८ ही निकले ना! हमारी किस्मत में तो १३८ पहियों की कोई गाडी कभी दिखी नहीं. अलबत्ता, रेलगाडी के पहिये गिनने का कभी मौका ही नहीं लगा, दौड़ती ही इतना तेज़ है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-7908799083673015332009-04-30T12:49:00.000-04:002009-04-30T12:49:00.000-04:00apke gaun ke bahane hume bhi kuchh naya dekhne ki ...apke gaun ke bahane hume bhi kuchh naya dekhne ki mil gaya...Vineeta Yashsavihttps://www.blogger.com/profile/10574001200862952259noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-18338559862323778452009-04-30T12:44:00.000-04:002009-04-30T12:44:00.000-04:00मै ज्ञान जी से सहमत हूँ कि भारी ट्रांसफारमर को उता...मै ज्ञान जी से सहमत हूँ कि भारी ट्रांसफारमर को उतारने और उठाने की लोग जुगत भी नहीं कर पाते है . यदि ४५ टन का ट्रांसफारमर है तो उसे उठाने के लिए ट्राला में लोड करने के लिए ६५ टन की क्रेन की जरुरत होती है है और ऐसी क्रेन सिर्फ रेलवे यार्ड में सिर्फ रेलवे ही उपलब्ध सकता है . . मै कार्य के दौरान यह काम करवा चुका हूँ और अनुभव है . कभी कभी माल रिसीवर असहाय हो जाता है और माल यार्ड में पड़ा रहता है यह सच है. बढ़िया लेख के लिए धन्यवाद.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-49444702775136422302009-04-30T12:34:00.000-04:002009-04-30T12:34:00.000-04:00बढिया जानकारी दी आपने.बढिया जानकारी दी आपने.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-70039078282898835362009-04-30T10:51:00.000-04:002009-04-30T10:51:00.000-04:00iski wazah se bizli ki dasha thodi bahut bhi sudhr...iski wazah se bizli ki dasha thodi bahut bhi sudhre to 128 kya 200 chakke manne mein koyi burai nahin hai :)Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-32931664874528447282009-04-29T04:29:00.000-04:002009-04-29T04:29:00.000-04:00रोचक ,दिलचस्परोचक ,दिलचस्पBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-49106895372956523352009-04-28T06:37:00.000-04:002009-04-28T06:37:00.000-04:00रोचक है यह ..चलिए किसी बहाने ही सही कहीं तो कुछ बद...रोचक है यह ..चलिए किसी बहाने ही सही कहीं तो कुछ बदल रहा हैरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-58430248711366698172009-04-28T02:31:00.000-04:002009-04-28T02:31:00.000-04:00हिंदुस्तान में किस चीज़ से कब किसकी चांदी हो जाए प...हिंदुस्तान में किस चीज़ से कब किसकी चांदी हो जाए पता नहीं चलता.. खैर अवलोकन बढ़िया थाकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-30185458519829852902009-04-28T00:00:00.000-04:002009-04-28T00:00:00.000-04:00विकास के नाम पर किसको फायदा,
इसकी जीवंत कहानी भारत...विकास के नाम पर किसको फायदा,<br />इसकी जीवंत कहानी भारत में पिछले बासठ सालों में भी ख़तम न होने वाली गरीबी और स्विस बैंक में जमा अकूत कला धन सयम ही इसकी कहानी कह रहा है...........<br /><br />फिर भी समझ-समझ के भी जो न समझे...........<br /><br />चन्द्र मोहन गुप्तMumukshh Ki Rachanainhttps://www.blogger.com/profile/11100744427595711291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-38323806832887921022009-04-27T23:16:00.000-04:002009-04-27T23:16:00.000-04:00जय हो टेक्नोलोजी !जय हो टेक्नोलोजी !डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-26920221017304753312009-04-27T13:43:00.000-04:002009-04-27T13:43:00.000-04:00!!!!!!!!!
आश्चर्य, किंतु सत्य---रिप्ले!!!!!!!!!!<br />आश्चर्य, किंतु सत्य---रिप्ले!गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-33698630702690999032009-04-27T13:08:00.000-04:002009-04-27T13:08:00.000-04:00अच्छा लगा अजूबा, वैसे इस तरह के कई अजूबे हम हाइवे ...अच्छा लगा अजूबा, वैसे इस तरह के कई अजूबे हम हाइवे पर देख चुके हैं।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-28818703743137683032009-04-27T12:17:00.000-04:002009-04-27T12:17:00.000-04:00अरे वाह अभिषेक भाई,
क्या मशीन की जाँच की है आपने ~...अरे वाह अभिषेक भाई,<br />क्या मशीन की जाँच की है आपने ~ सब सही सही पता लगा लीये हो आप<br /> कुछ घर की बातेँ भी बतायेँ भई <br />स स्नेह,<br />- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-80678723451213786452009-04-27T04:35:00.000-04:002009-04-27T04:35:00.000-04:00अरे ये विकास चुनाव की वजह से तो नहीं हो गया....पता...अरे ये विकास चुनाव की वजह से तो नहीं हो गया....पता चला धाँसू च फांसू मशीन लाकर धर दो तो भोट पक्का...<br /><br />और हाँ, पूर्वी भारत से पश्चिमी भारत तक बिजली जायेगी कि उल्टा होना है..वैसे सुना है कि उधरे बिजली की किल्लत है. यूपी में ता बिजली मुफ्त में मिलता है.<br /><br />बहुत मस्त पोस्ट है. आदत में बहुत कुछ शुमार है. बच्चों पर हम भी दया नहीं कर पाते. कोई मार्केट के बारे में पूछकर तो देखे...फिर उसकी खैर नहीं.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-15652105206354078842009-04-27T03:23:00.000-04:002009-04-27T03:23:00.000-04:00हमारा यु पी तो बहुत पिछड़ा है भाई इस मशीन को देख के...हमारा यु पी तो बहुत पिछड़ा है भाई इस मशीन को देख के तो यही लगता है वैसे हम अभी भी तुम्हे इनवर्टर से टिपिया रहे हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-66765870408746456132009-04-27T01:08:00.000-04:002009-04-27T01:08:00.000-04:00हम तो धन्य हो गए देख कर..आपके साथ हमारी भी किस्मत ...हम तो धन्य हो गए देख कर..आपके साथ हमारी भी किस्मत अच्छी हैL.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-4838222321368623632009-04-27T00:59:00.000-04:002009-04-27T00:59:00.000-04:00एनटीपीसी के ट्रांसफार्मर का एक ओवर डायमेंशनल कन्सा...एनटीपीसी के ट्रांसफार्मर का एक ओवर डायमेंशनल कन्साइनमेण्ट महीनों से पड़ा है यार्ड में। साथ में फंसे हैं रेलवे के वैगन। उतार कर ले जाने की जुगत ही नहीं बन पा रही है उनकी! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-25130208128285281872009-04-26T22:25:00.000-04:002009-04-26T22:25:00.000-04:00बढिया जानकारी दी आपने. कोई बात नही PWD के लोग कर...बढिया जानकारी दी आपने. कोई बात नही PWD के लोग करोडो की चांदी बना रहे हैं ..इसी बहाने थोडा बहुत सडक पुलिया सुधार ही हो जायेगा.:)<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-32631326714840157772009-04-26T21:51:00.000-04:002009-04-26T21:51:00.000-04:00हम ने एक कथा पढ़ी थी 'बावले गांव में हाथी' वही याद...हम ने एक कथा पढ़ी थी 'बावले गांव में हाथी' वही याद आ गई।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8813075190326884926.post-54034507468610766922009-04-26T21:43:00.000-04:002009-04-26T21:43:00.000-04:00अब देखिये गाँव जाने से ब्लागरों का कितना फायदा हो ...अब देखिये गाँव जाने से ब्लागरों का कितना फायदा हो जाता है ! उधर आप इधर हम !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com